बिहार बोर्ड 12वीं के महत्वपूर्ण क्वेश्चन एंड आंसर
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बिहार बोर्ड के एग्जाम आज से कुछ समय बाद है तो आज के इस पोस्ट में आप सभी के लिए बिहार बोर्ड इतिहास का बहुत ही महत्वपूर्ण क्वेश्चन लेकर के आए हैं इसको आप अपने एग्जाम में जरूर पूछे जाएंगे
अशोक के धर्म के बारे में आप क्या जानते हैं?
अशोक का धर्म से बहुत दूर और संप्रदायिक से बहुत ऊपर उठकर था लेकिन अशोक के धार्मिक विचारों तथा सिद्धांतों में क्रमागत विकास हुआ कलिंग युद्ध के पहले अशोक ब्राह्मण धर्म को मानने वाला था वह मांस भी खूब खाता था और राजमहल में काफी संख्या में पशु पक्षियों का प्रतिदिन बंद होता था लेकिन कलिंग युद्ध के बाद उनके विचारों में महान परिवर्तन हो गया
वह हिंसा को तिलांजलि देकर अहिंसा का सदैव के लिए भक्त बन गए इसके लिए उसने ब्राह्मण धर्म को छोड़कर बौद्ध धर्म को अपना लिया अशोक ने अपने धर्म से संप्रदायिकता का अंत कर अपने धर्म में विश्व के सभी धर्मों के महत्वपूर्ण तत्वों को ग्रहण किया और इस को विश्व धर्म में स्थान देने की कोशिश की
धर्म की उन्नति अशोक ने अपने धर्म की उन्नति के लिए इसका व्यापक प्रचार करवाया इसके उद्देश्य उन्होंने बहुत से कार्य किए जो इस प्रकार हैं
- उसने धर्म सिद्धांत को शिलालेख के रूप में खुद वाया
- उसने धर्म महा मात्रो की नियुक्ति की एक कर्मचारी राज्यों में घूम-घूम कर लोगों को धर्म के सिद्धांतों को प्रचार करते थे
- धर्म के नियमों को स्वयं अपनाया ताकि लोग उससे प्रभावित होकर इन नियमों को अपनाएं
- उसने अभी सभी कर्मचारियों को साथ अच्छा व्यवहार करने का आदेश दिया
मौर्य प्रशासन की जानकारी दें?
मौर्य प्रशासन की जानकारी मेगास्थनीज की पुस्तक इंडिका में पता चलता है कि पाटलिपुत्र जैसे बड़े नगरों के लिए विशेष नागरिक प्रबंध की व्यवस्था की गई थी इस नगर के लिए 20 सदस्यों की एक समिति गठित की गई थी जो वोटों में विभाजित किया गया था प्रत्येक बोर्ड में 5 सदस्य होते थे यह बोर्ड निम्नलिखित ढंग से अपना कार्य करते थे
- पहले का कार्य कला कौशल को देखभाल करना कि ग्रुप के सिर्फ वेतन नियत करना और दुख में सहायता करना
- दूसरे का कार्य विदेशियों की देखभाल करना उसके लिए सुख सामग्री उपलब्ध कराना तथा उसकी निगरानी करना आदि था
- तीसरे बोर्ड का कार्य जन्म मरण का हिसाब रखता था ताकि टैक्स लगाने तथा अन्य प्रबंध करने की सुविधा रहे
- चौथे का कार्य व्यापार का प्रबंध करना
- पांचवी का कार्य सिर्फ कार्यों में बनी वस्तुओं की देखभाल करना
- छठे बोर्ड का कार्य वस्तुओं की बिक्री पर लगे हुए विक्रय का एकत्र करना
महाजनपद से आप क्या समझते हैं?
महाजनपद को आरंभिक राज्य नगरों लोहे के बढ़ते प्रयोग और सिक्कों के विकास के साथ साथ जोड़ा जाता है इसी काल में बौद्ध तथा जैन सहित विभिन्न दार्शनिक विचार धाराओं का जन्म हुआ बौद्ध और जैन धर्म के आरंभिक ग्रंथों के महाजनपद के नाम से 16 राज्यों का उल्लेख मिलता है यद्यपि महाजनपद के नाम की सूची इन ग्रंथों के सामने नहीं है किंतु मगध जी गुरु कौशल पंचाल गंधार अवंती जैसे नाम यहां मिलते हैं इससे स्पष्ट होता है कि इन जनपदों का विशेष महत्व था प्रत्येक महाजनपद की राजधानी होती थी जो पराया चारों ओर किलो से घिरी होती थी